What is Rigveda ऋग्वेद क्या है
ऋचाओं के क्रमबद्ध ज्ञान के संग्रह को ऋग्वेद कहा जाता है। इसमें निम्नलिखित चीजें शामिल होती हैं।
- 10 मंड़ल (Books)
- 1028 सूक्त/श्लोक
- 10,462 ऋचाएं
- 100 से जादा प्रार्थनाएं हैं
- ऋग्वेद की भाषा संस्कृत है।
- ऋग्वेद को पढ़ा और लिखा नहीं जाता है केवल इसका उच्चारण होता है।
- इसकी पान्डुलिपी भूर्ज वृक्ष की छाल पर लिखी गई है जोकि कश्मीर से पाई गई है।
- इसके रचयिता आर्य तथा विरोधी दास थे
- इस वेद के ऋचाओं के पढ़नें वाले ऋषि को हैतृ कहते हैं।
- इस वेद से आर्य के राजनीतिक प्रणाली एवं इतिहास के बारे में जानकारी मिलती है।
- पुरुषसूक्त- जाति प्रथा का पहला संदर्भ इसी से मिलता है।
- विश्वामित्र द्वारा रचित ऋग्वेद के तीसरे मंड़ल में सूर्य देवता सावित्री को समर्पित प्रसिद्ध गायत्री मंत्र है।
- इसके आठवें मंड़ल की हस्तलिखित ऋचाओं को सिल कहा जाता है।
- वामनावतार के तीव पगों के आख्यान का प्राचीनतम स्त्रोत ऋग्वेद है।
- इसी में इन्द्र के लिए 250 तथा अग्नि के लिए 200 ऋचाओं की रचना की गयी है।
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